विद्युत अभियान्त्रिक की शब्दावली ( Terminology of electrical engineering )
A . प्राइम मूवर ( Prime Mover )
B . कार्य Work )
C . ऊर्जा ( Energy )
D . अश्व शक्ति ( Horse Power )
E . सम्पीडन अनुपात ( Compression Ratio )
F . सांकेतिक अश्व शक्ति ( Indicated Horse Power )
G . ब्रेक अश्व शक्ति ( Brake Horse Power )
H . यान्त्रिक दक्षता ( Machanical Efficeney )
I . ऊष्मीय दक्षता ( Thermal Efficieney )
J . घर्षण अश्व शक्ति ( Frictional Horse Power )
( A ). प्राइम मूवर ( Prime Mover ) -
वह मशीनी संरचना , जो प्राकृतिक शक्ति को लाभदायक शक्ति में बदल देती है ।
जैसे — जल पहिया ( Water Wheel ) , विद्युत मोटर ( Electric Motor ) तथा पवन चक्की ( wind Mill )
जैसे — जल पहिया ( Water Wheel ) , विद्युत मोटर ( Electric Motor ) तथा पवन चक्की ( wind Mill )
( B ), कार्य ( Work ) -
जब किसी वस्तु पर बल लगाते हैं तो वह वस्तु अपने स्थान से विस्थापित होती है । इस प्रकार लगाये गये बल तथा विस्थापित दूरी के गुणनफल को कार्य कहते हैं ।
कार्य = बल ( Kg ) xदूरी ( Meter ) ( मात्रक कि० ग्रा० मी० )
( C ). ऊर्जा ( Energy ) -
किसी वस्तु की कार्य करने की क्षमता को उस वस्तु की ऊर्जा कहते हैं । यह दो प्रकार की होती है
1 . स्थितिज ऊर्जा ( Potential Energy ) -
जब किसी वस्तु में उसकी स्थिति के कारण ऊर्जा होती है तो उस ऊर्जा को स्थितिज ऊर्जा कहते हैं ।
स्थितिज ऊर्जा ( PE . ) = Mxgxh M = वस्तु का द्रव्यमान ( किलोग्राम में ) g = गुरूत्वीय त्वरण h = ऊंचाई
जब किसी वस्तु में उसकी स्थिति के कारण ऊर्जा होती है तो उस ऊर्जा को स्थितिज ऊर्जा कहते हैं ।
स्थितिज ऊर्जा ( PE . ) = Mxgxh M = वस्तु का द्रव्यमान ( किलोग्राम में ) g = गुरूत्वीय त्वरण h = ऊंचाई
2 . गतिज ऊर्जा ( Kinetic Energy ) -
वस्तु में उसकी गतिशीलता के कारण जो ऊर्जा होती है उसे गतिज ऊर्जा कहते हैं । गतिज ऊर्जा ( K . E . ) = mvor , M = वस्तु का द्रव्यमान ( Mass in Kg ) V = वेग ( मीo / से० ) W = भार ( Weight in Kg ) 2g g = गुरूत्वीय त्वरण
वस्तु में उसकी गतिशीलता के कारण जो ऊर्जा होती है उसे गतिज ऊर्जा कहते हैं । गतिज ऊर्जा ( K . E . ) = mvor , M = वस्तु का द्रव्यमान ( Mass in Kg ) V = वेग ( मीo / से० ) W = भार ( Weight in Kg ) 2g g = गुरूत्वीय त्वरण
( D). अश्व शक्ति ( Horse Power ) -
यह शक्ति की इकाई है । 1 अश्व शक्ति = 4500 Kg . m . / Minute ( कि०या० मी० / मिनट ) 1 अश्व शक्ति = 75 Kg . M . / See । या ( किग्रा० मी० / सेकण्ड ) 1 अश्व शक्ति = 746 watt ( वाट )
E . सम्पीड़न अनुपात ( Compression Ratio ) -
कुल सिलेण्डर आयतन तथा क्लियरेन्स आयतन के अनुपात को सम्पीड़न अनुपात कहते हैं । | Total Volume ( V ) । Compression Ratio ( Cr ) clearence Volume ( Cy ) _ Pision Displacement ( Pd ) + Clearance Volume ( CV ) | Clearance Volune ( Cy )
1 . पिस्टन विस्थापन ( Piston Displacement ) –
एक स्ट्रोक में पिस्टन द्वारा विस्थापित आयतन को पिस्टन विस्थापन कहते हैं । Piston displacement ( Pd . ) = AxL A = Cross sectional Area of Piston in cm । ( सिलेण्डर का क्षेत्रफल ) L = Length of Stroke ( स्ट्रोक की लम्बाई ) मीटर में
एक स्ट्रोक में पिस्टन द्वारा विस्थापित आयतन को पिस्टन विस्थापन कहते हैं । Piston displacement ( Pd . ) = AxL A = Cross sectional Area of Piston in cm । ( सिलेण्डर का क्षेत्रफल ) L = Length of Stroke ( स्ट्रोक की लम्बाई ) मीटर में
2 . क्लियरेन्स आयतन ( Clearence Volume ) -
जब पिस्टन सिलेंडर में उच्चतम बिन्दु ( ID . E ) पर होता है तो पिस्टन के ऊपर कुछ खाली स्थान बच जाता है इस खाली स्थान के आयतन को क्लियरेन्स आयतन ( Cy ) कहते हैं ।
जब पिस्टन सिलेंडर में उच्चतम बिन्दु ( ID . E ) पर होता है तो पिस्टन के ऊपर कुछ खाली स्थान बच जाता है इस खाली स्थान के आयतन को क्लियरेन्स आयतन ( Cy ) कहते हैं ।
E . सांकेतिक अश्व शक्ति ( Indicated Horse Power Or LHLP ) –
वह कुल अश्व शक्ति , जो सिलेण्डर में उत्पन्न होती है और पिस्टन को प्राप्त होती है . सांकेतिक अश्व शक्ति कहलाती है ।
निम्नलिखित सूत्र द्वारा हम उनकी गणना की जाती है -
( i ) फुट पौण्ड सैकण्ड पद्धति में ( In FPS . System )
चतुर्घात इंजन के लिये LH . P _ PL . A . N . n 33000 द्विघात इंजन के लिये HP _ PL . A . N . 33000Xn जहाँ P = मध्यमान प्रभावी दाब ( पौंड प्रति वर्ग इंच ) L = स्ट्रोक की लम्बाई ( फुट में ) A = पिस्टन का क्षेत्रफल ( वर्ग इंच में ) xD ( D = सिलेण्डर बोर का व्यास ) फुट में N = फ्रेंक शाफ्ट के चक्कर प्रति मिनट n = सिलेण्डरों की संख्या
चतुर्घात इंजन के लिये LH . P _ PL . A . N . n 33000 द्विघात इंजन के लिये HP _ PL . A . N . 33000Xn जहाँ P = मध्यमान प्रभावी दाब ( पौंड प्रति वर्ग इंच ) L = स्ट्रोक की लम्बाई ( फुट में ) A = पिस्टन का क्षेत्रफल ( वर्ग इंच में ) xD ( D = सिलेण्डर बोर का व्यास ) फुट में N = फ्रेंक शाफ्ट के चक्कर प्रति मिनट n = सिलेण्डरों की संख्या
( ii ) मी० किग्रा० से० पद्धति में ( in M . K . S . System )
चतुर्धात इंजन के लिये p _ PLA . N , n 1HP = 45002 द्विघात इंजन के लिये LH . P = PL . AN Xn * 4500 जहाँ P = मध्यमान प्रभावी दाब ( किग्रा० प्रतिवर्ग रोमी० ) | L = स्ट्रोक की लम्बाई ( मीटर में ) A = पिस्टन का क्षेत्रफल ( वर्ग सेमी० से ) ( जब तक विशेष निर्देश न दिया गया हो तब तक M . K . S . पद्धति का प्रयोग करना चाहियें।
चतुर्धात इंजन के लिये p _ PLA . N , n 1HP = 45002 द्विघात इंजन के लिये LH . P = PL . AN Xn * 4500 जहाँ P = मध्यमान प्रभावी दाब ( किग्रा० प्रतिवर्ग रोमी० ) | L = स्ट्रोक की लम्बाई ( मीटर में ) A = पिस्टन का क्षेत्रफल ( वर्ग सेमी० से ) ( जब तक विशेष निर्देश न दिया गया हो तब तक M . K . S . पद्धति का प्रयोग करना चाहियें।
( G ). ब्रेक अश्व शक्ति ( Brake Horse Power ) -
यह वह अश्व शक्ति है जो इंजिन द्वारा क्रंक शाफ्ट के एक सिरे पर उत्पन्न की जाती है और ब्रेक पर प्राप्त होती है ।
इसकी गणना निम्न सूत्रों द्वारा करते हैं B . HP = I . H . Px यान्त्रिक दक्षता / 100 ( EH . P = घर्षण अश्व शक्ति )
( H ) . यान्त्रिक दक्षता ( Mechanical Efficiencnev ) -
इंजन के चलने में शक्ति की हानि होती है जिसके कारण B . H . P , I . H . P से कम होती है । B . H . P तथा I . H . P का अनुपात यान्त्रिक दक्षता कहलाता है यान्त्रिक दक्षता = B . HP / I . HPX100
1 . ऊष्मीय दक्षता ( Thermal Efficieney ) -
सिलेण्डर में उत्पन्न लाभदायक कार्य ( I . H . P ) तथा उसके लिये प्रयुक्त ईधन के ताप मूल्य का अनुपात ऊष्मीय दक्षता कहलाता है । उपलब्ध लाभदायक कार्य ( 12 ) - X100 J
सिलेण्डर में उत्पन्न लाभदायक कार्य ( I . H . P ) तथा उसके लिये प्रयुक्त ईधन के ताप मूल्य का अनुपात ऊष्मीय दक्षता कहलाता है । उपलब्ध लाभदायक कार्य ( 12 ) - X100 J
2 . घर्षण अश्व शक्ति ( Frietional Horse Power ) -
इंजिन को बिना भार के चलाने में जो शक्ति खर्च होती है उसे घर्षण अश्व शक्ति कहते हैं । यह LHIP तथा B . H . P के अन्तर के बराबर होते हैं । FEHLP = 1LHP - B . HLP
1 . स्ट्रोक ( Stroke )
2 . बोर ( Borre )
3 . क्रेक थ्रो ( Crank Throw )
4 . स्टोक बोर अनुपात ( Strike hore Ration )
5 . ड्राबार अश्व शक्ति ( D , B . LP )
6 . रेटेड अश्व शक्ति ( R . H . P )
7 . मध्यमान प्रभावी दाब ( MLE . P )
8 . बेल्ट अश्व शक्ति ( Belt Horse IPower )
9 . पिस्टन की गति ( Piston Speed )
( 1 ) स्ट्रोक ( Stroke ) -
TD . C , तथा BD . C के बीच की दूरी को स्ट्रोक कहते हैं । ऊपीय दक्षता = इंघन का ताप मूल्य
( 2 ) बोर ( Bore ) –
सिलेन्डर के व्यास के सिलेंडर का बोर कहते हैं ।
( 3 ) क्रेक थ्रो ( Crank Throw ) -
एक स्ट्रोक की आधी दूरी को क्रेक थ्रो कहते हैं । या केंक शाफ्ट के केन्द्र से केंक पिन के केन्द्र तक की दूरी को क्रेक थो कहते हैं ।
( 4 ). स्ट्रोक बोर अनुपात ( Stroke Bore Ratio ) -
स्ट्रोक की लम्बाई तथा पिस्टन के व्यास के अनुपात को स्ट्रोक बोर अनुपात कहते हैं ।
( 5 ) . खिंचाव अश्वशक्ति ( D . B . H . P ) -
ट्रेक्टर की वह शक्ति जो ड्रोबार के अन्त में या खिंचाव बिन्दु पर प्राप्त होती है । यह वह शक्ति है जो भार को खींचने के काम आती है । खिंचाव KeX गति ( Meterminutes ) DB . HP = = । 4500
( 6 ) . रेटेड अश्व शक्ति ( R . H . B ) -
किसी ट्रेक्टर या इंजन पर अंकित वह अश्व शक्ति जो निर्माता अंकित करता है । अर्थात् वह अश्व शक्ति जो निर्माता कहता है कि इंजन उत्पन्न करेगा ।
( 7 ) . मध्यमान प्रभावी दाब ( M . E . P ) -
शक्ति स्ट्रोक के समय पिस्टन पर पड़ने वाले औसत दाब को मध्यमान प्रभावी दाब कहते है । इंजन में एक इंडिकेटर कार्ड लगा होता है जिससे M . E . P की गणना की जाती हैं । MEP = इंडिकेटर के कार्ड की चौडाईxइंडिकेटर स्प्रिंग का पैमाना इंडिकेटर कार्ड का क्षेत्रफल चौड़ाई = इंडिकेटर कार्ड की लम्बाई
( 8 ) . बेल्ट अश्वशक्ति ( B . H . P ) -
इंजिन द्वारा बेल्ट पर उत्पन्न शक्ति को बेल्ट अश्व शक्ति कहते Te , 8 . HP = 2 , NT 4500 N = चक्कर प्रति मिनट ( पुली ) T = बल आघूर्ण । | = भुजा की लम्बाई ( मी में ) x बल ( किग्रा में )
( 9 ). पिस्टन की गति ( Piston Speed ) -
पिस्टन द्वारा सिलेडर के अन्दर एक मिनट में चली गई । दूरी को पिस्टन गति ( S ) कहते हैं ।